कंटेंट पर जाएँ
  • होम
  • ऐप
    • कॉलिंगमैसेजिंगग्रुपस्टेटसचैनलMeta AIसुरक्षा
  • प्राइवेसी
  • हेल्प सेंटर
  • ब्लॉक करें
  • बिज़नेस के लिए
डाउनलोड करें
शर्तें और प्राइवेसी पॉलिसी2025 © WhatsApp LLC
WhatsApp का होम पेजWhatsApp का होम पेज
    • कॉलिंग

      वॉइस और वीडियो के ज़रिए लोगों से जुड़े रहें.

    • मैसेजिंग

      स्टिकर, वॉइस मैसेज, GIF आदि के ज़रिए अपनी बात कहें.

    • ग्रुप

      ग्रुप में कनेक्ट करने के लिए ज़रूरी मैसेजिंग फ़ीचर.

    • चैनल

      अपने पसंदीदा विषयों पर अपडेट पाने के लिए हमारे साथ बने रहें.

    • Meta AI

      WhatsApp पर सुरक्षित और प्राइवेट तरीके से किसी भी चीज़ से जुड़ी मदद पाएँ.

    • स्टेटस

      फ़ोटो, वीडियो और वॉइस नोट्स के साथ अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी को शेयर करें.

    • सुरक्षा

      आपको सुरक्षित रखने के लिए बनाई गई सुरक्षा की कई लेयर.

  • प्राइवेसी
  • हेल्प सेंटर
  • ब्लॉग
  • बिज़नेस के लिए
  • ऐप
लॉग इन करेंडाउनलोड करें
  • WhatsApp स्टोरीज़

  • छोटे बिज़नेस की स्टोरीज़

  • भारत के छोटे बिज़नेस की स्टोरीज़


Saathi (साथी)

भारत में हर साल लगभग 1,00,000 टन सैनिटरी पैड्स कचरे में जाते हैं. महिलाओं द्वारा फ़ेंके जाने वाले सैनिटरी पैड्स से लैंडफ़िल में भारी मात्रा में कचरा बढ़ रहा है.

इसलिए अहमदाबाद में कुछ महिलाओं ने Saathi नाम से बिज़नेस की स्थापना की जो कि 100% बायोडिग्रेड होने वाले और ब्लीच मुक्त सैनिटरी पैड्स बनाते हैं. ये आम पैड्स की तुलना में 1,200 गुना तेज़ी से यानि 6 महीने में ही नष्ट हो जाते हैं.

साथी पैड्स की शुरुआत 2015 में हुई जब MIT, हावर्ड और निरमा यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट क्रिस्टीन कागेत्सु, तरुण बोथरा, अमृता सैगल और ग्रेस केन ने साथ मिलकर पर्यावरण के अनुकूल केले के रेशों से कंपोस्ट बनने वाले सैनिटरी नैपकिन बनाने शुरू किए.

तरुण कहते हैं, “हम भारत में महिलाओं को सैनिटरी पैड्स उपलब्ध करवाने के विचार से प्रेरित हुए. हमारा लक्ष्य ऐसे प्रोडक्ट बनाना है जो कि शरीर, पर्यावरण और समुदाय सभी के लिए अच्छे हों.”

Saathi की वेबसाइट से भी पैड्स खरीदे जा सकते हैं और वे गोवा और अहमदाबाद के ईको-फ़्रेंडली रिटेल स्टोर्स में भी उपलब्ध हैं.

“WhatsApp अपनी लोकप्रियता के कारण हमारे लिए बहुत ही मददगार साबित हुआ है”

मार्च 2019 में उन्होंने ग्राहकों से बातचीत के लिए WhatsApp Business ऐप का इस्तेमाल करना शुरू किया और उनके लिए यह बहुत ही मददगार साबित हुआ है. उन्हें 64 प्रतिशत इंक्वाइरी भारत से आती हैं और 14 प्रतिशत इंक्वाइरी विदेश से जो कि प्रोडक्ट खरीदना चाहते हैं या थोक में ऑर्डर देना चाहते हैं.

तरुण कहते हैं, “हमने अपने WhatsApp Business खाते का लिंक अपनी वेबसाइट पर दिया है ताकि ग्राहक किसी भी समय हमसे संपर्क कर सकें, कोई सवाल पूछना हो तो पूछ सकें, मेनस्ट्रुअल साफ़-सफ़ाई के बारे में बात कर सकें या हमें फ़ीडबैक दे सकें.”

ऐप का ‘तुरंत जवाब’ फ़ीचर उन्हें बहुत उपयोगी लगता है क्योंकि वे उसकी मदद से सामान्य सवालों का जवाब तुरंत से दे सकते हैं या लोगों को सही वेबपेज या संपर्क करने के लिए किसी व्यक्ति के बारे में बता सकते हैं.

सह-संस्थापक कहते हैं, “WhatsApp अपनी लोकप्रियता के कारण हमारे लिए बहुत ही मददगार साबित हुआ है.”


India से ज़्यादा स्टोरीज़

और एक्सप्लोर करें
  • Russsh (रश)

    Russsh (रश)

    भारत
  • Kriger Campus (क्रिगर कैंपस)

    Kriger Campus (क्रिगर कैंपस)

    भारत
डाउनलोड करें
WhatsApp का मुख्य लोगो
WhatsApp का मुख्य लोगो
डाउनलोड करें
हमारा काम क्या है
फ़ीचर्सब्लॉगसुरक्षाबिज़नेस के लिए
हम कौन हैं
हमारे बारे में जानकारीकरियरब्रांड सेंटरप्राइवेसी
WhatsApp का उपयोग करें
Android परiPhone परMac/PCWhatsApp वेब
क्या आपको मदद चाहिए?
हमसे संपर्क करेंमदद केंद्रऐप्ससुरक्षा सलाह
डाउनलोड करें

2025 © WhatsApp LLC

शर्तें और प्राइवेसी पॉलिसीसाइटमैप