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Klingaru (क्लिंगारू)

भारत में नई-नई माँ बनी महिलाओं को बच्चे पर ध्यान देने के लिए अपनी जॉब छोड़नी पड़ती है. लेकिन इंजीनियर से फ़्रीलांसर बनी निकिता जैन ने इस प्रचलन को बदलने का सोचा. विदेश यात्रा के दौरान उन्होंने देखा कि बैबी कैरियर या स्लिंग का इस्तेमाल करके महिलाएँ अपने बच्चों को गोद में उठाए हुए अन्य काम भी कर सकती हैं. इस तरह से उन्हें बिज़नेस का नया आइडिया आया.

2014 में उन्होंने “Babywearing Stuff” नाम से बच्चों की चीज़ें बेचने वाली कंपनी की शुरुआत की. 2016 में उन्होंने इसका नाम बदलकर Klingaru रखा और भारत में बने बकल्ड कैरियर बनाना और बेचना शुरू किया. लेकिन वे यहीं पर नहीं रुकीं.

निकिता कहती हैं, “मैंने अपने पोर्टफ़ोलियो में और भी प्रोडक्ट जोड़ने शुरू किए.”

Klingaru ने शुरुआत में लोकल नेटवर्किंग और एक्ज़ीबिशन में बिक्री शुरू की. लेकिन आज अधिकतर बिज़नेस ऑनलाइन चैनलों के माध्यम से आता है. इसमें से 50 प्रतिशत वेबसाइट से, 30 प्रतिशत WhatsApp से और 20 प्रतिशत रेफ़रल के माध्यम से आता है.

निकिता बताती हैं, “पहले हम WhatsApp का इस्तेमाल ग्राहकों के सवालों का जवाब देने और ऑर्डर डीटेल्स शेयर करने के लिए करते थे. इनमें से अधिकतर हाल ही में माँ बनी महिलाएँ होती थीं जो कि ईमेल या कॉल के बजाए WhatsApp से बात करना ज़्यादा पसंद करती थीं.”

“हम कस्टम ऑर्डर केवल WhatsApp से ही लेते हैं और हमारे पूरे बिज़नेस का लगभग 20 से 30 प्रतिशत हिस्सा इन्हीं का है”

आज, सवालों के जवाब देने के साथ-साथ WhatsApp की मदद से इन्होंने कस्टम ऑर्डर भी लेने शुरू किए हैं.

“हम कस्टम ऑर्डर केवल WhatsApp से ही लेते हैं और हमारे पूरे बिज़नेस का लगभग 20 से 30 प्रतिशत हिस्सा इन्हीं का है. हमें भरोसा है कि इसमें और बढ़ोत्तरी होगी.”

Klingaru ने हाल ही में WhatsApp Business ऐप पर स्विच किया है और ग्राहकों से कनेक्ट करने के लिए उन्हें इसके फ़ीचर उपयोगी लग रहे हैं.

निकिता बताती हैं, “कई बार ऐसा होता है कि ग्राहक काम-काजी समय से पहले या बाद में मैसेज भेजते हैं और उन्हें तुरंत जवाब भी चाहिए होता है. लेकिन कुछ फ़ीचर, जैसे ‘अवे मैसेज’ और मैसेज शेड्यूल करना, की मदद से अब उन्हें यह जानकारी मिल जाती है कि हम किस समय काम करते हैं.

WhatsApp Business ऐप का सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि बिज़नेस प्रोफ़ाइल से ब्रांड पर भरोसा बढ़ता है.

₹ 10 लाख (लगभग USD 14,000) के वार्षिक टर्नओवर के साथ Klingaru सिर्फ़ एक बिज़नेस ही नहीं रहा है, वह निकिता की माँ बनने से लेकर आगे बढ़ने तक की पूरा कहानी है.

निकिता बताती हैं, “Klingaru की शुरुआत तब हुई थी जब मैं पहली बार माँ बनी थी. तब मैंने बेबी कैरियर, ऐक्सेसरीज़ और किड्स फ़ैशन की शुरुआत की थी. दूसरी बार माँ बनने पर मैं अब इसमें और भी कई चीज़ें जोड़ने का सोच रही हूँ. यह कहना गलत नहीं होगा कि Klingaru मेरे परिवार के साथ ही बढ़ता जा रहा है.”


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